मेरी डायरी में मैंने लिखा एक नया पैगाम
जो कमाया मेहनत से बस वही एक नाम
अंकित किए कुछ शब्द अपनी ख्वाइशों के
एक लड़की की दास्ताँ एक इकलौती संतान का काम।।
एक शरारती लड़की की उम्र
अंकिता के दिल का हाल
कभी खुशियाँ और गम
कभी अपनी नासमझी की मिसाल।।
मैंने लिखा दुनिया का सितम
किसी की आँखें जो थी नम
कभी हौसलों की कहानी
कभी किस्सों में सुने राजा और रानी
कभी दोस्तों की बातों को
कभी पापा जी के संवादों को
कभी घर के राशन का सामान
कभी अखबार की सुर्खियों का निशान
कभी मिली कोई उपलब्धि
कभी कहीं मिली कोई प्रसिद्धि
कभी किसी किताब का वर्णन
कभी जीवन का चिंतन।।
©️Ankita Virendra Narayan Shrivastava
IG ankitavshrivas or virendraankita