0 0 Writer's Special उम्मीद kabiryashhhOctober 9, 2020October 9, 2020 :---प्रेमी---: तू मिल जाए किसी मोड़ पर, बस इसी उम्मीद मे जिए जा रहा हूँ... यूँ तो महखाने से दोस्ती अच्छी नहीं मेरी जान, फ़िर भी तेरी याद मे पिए... Share
0 0 Hindi Poetry ऐसा परिवार अब कहाँ teamthehindigurujiAugust 1, 2020 ऐसा परिवार अब कहाँ वो भी क्या ज़माना था। एंटीना चारों तरफ घुमाना था। छत पे चढ़कर, बाबा चिल्लाते थे ठीक हुआ या नही, दोहराते थे हम भी चिल्ला -... Share